
इंदौर के राजा रघुवंशी मर्डर केस में जो सामने आ रहा है, वो किसी क्राइम थ्रिलर से कम नहीं। जिस दुल्हन के साथ सपनों की शुरुआत होनी थी, वही जीवन की आख़िरी मंज़िल बन गई। राजा को क्या पता था कि उसका हनीमून, उसकी हत्या की साजिश का मंच बनने जा रहा है।
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सोनम: पत्नी नहीं, प्लानर निकली
11 मई को राजा और सोनम की शादी हुई। राजा अपनी नई दुल्हन के साथ खुश था, लेकिन सोनम के चेहरे पर छुपी मुस्कान के पीछे एक राक्षसी मंसूबा पल रहा था। वह न राजा से खुश थी, न इस शादी से।
राजा जैसे ही उसके करीब आने की कोशिश करता, सोनम कोई नया बहाना बना देती। इस बार उसने शर्त रख दी – “पहले कामाख्या देवी के दर्शन, फिर रिश्ता!” यह आस्था नहीं, हत्या की भूमिका थी।
हनीमून नहीं, हत्याकांड की योजना थी
शादी के चार दिन बाद ही सोनम मायके चली गई। वहां उसने प्रेमी राज कुशवाहा को मैसेज किया – राजा उसके नजदीक आने की कोशिश कर रहा है, जो उसे बर्दाश्त नहीं।
राजा हनीमून पर जाने को राज़ी नहीं था, लेकिन सोनम ने उसकी बिना मर्ज़ी के टिकट बुक कर ली। और उसे शिलांग ले गई — सिर्फ घूमने नहीं, मरवाने के लिए।
खाई में फेंक दिया गया राजा, फिर ड्रामा
मेघालय के शिलांग में सोनम, अपने प्रेमी राज और तीन दोस्तों के साथ मिलकर राजा की हत्या करती है और शव को खाई में फेंक देती है। फिर “मैं लापता हूं” का नाटक शुरू होता है।
पर अफ़सोस, पुलिस ने ड्रामा नहीं, सबूतों को देखा — और सोनम को गाजीपुर से धर दबोचा। जबकि चार अन्य आरोपी पहले ही गुनाह कबूल कर चुके हैं।
घटनास्थल पर ले जाई जाएगी सोनम
पुलिस सोनम को अब उसी खाई में ले जाने वाली है, जहां उसने राजा को हमेशा के लिए छोड़ दिया। लेकिन हैरानी की बात ये है कि अब भी वो “मैं निर्दोष हूं” का नाटक कर रही है। यह इंसाफ का मज़ाक है या अपराध की हिम्मत?
शादी अब पवित्र नहीं, प्लानिंग का अड्डा?
किसी के बेटे ने एक खुशहाल ज़िंदगी की उम्मीद में शादी की — और मिला क्या? साजिश, धोखा और मौत। सवाल ये है कि क्या अब रिश्तों में भी क्राइम सीरीज की स्क्रिप्ट चलने लगी है? क्या शादी के नाम पर अब हत्या के कांट्रैक्ट लिए जा रहे हैं?
इंसाफ की राह कठिन, लेकिन ज़रूरी
राजा रघुवंशी को वापस नहीं लाया जा सकता, लेकिन देश ये देख रहा है कि क्या इस खौफनाक प्लानिंग को अंजाम देने वालों को सज़ा मिलती है या नहीं।
सोनम और उसके साथियों के लिए कानून का शिकंजा जितना मजबूत होगा, उतना ही सुरक्षित होगा समाज।
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